चौथ माता का भजन लिरिक्स-Karva Chauth Mata ke Bhajan


     1. मेरा व्रत ये स्वीकार कर लो  Mera Vrat Ye Swikar Kar lo -Karva Chauth Mata ke Bhajan


    मेरा व्रत ये स्वीकार कर लो, हमपर किरपा बरसा दो,


    मेरा व्रत ये स्वीकार कर लो, 

    हमपर किरपा बरसा दो,

    जीवन में कोई दुःख ना हो कभी। 

    ओ मैया सदा सुहागन रहें हम सभी।


    अंत समय तक मेरी मांग का,

    रंग पड़े ना फीका। 

    रंग पड़े ना फीका।

    हां सदा चमकता रहे पिया के, 

    नाम का माथे टीका।

    नाम का माथे टीका।

    तेरी जोत जलाऊं मैया,

    शीश नवाऊं मैया,

    अन्न और जल को ग्रहण करे तभी।

    ओ मैया सदा सुहागन रहें हम सभी।


    अर्ध करूं और दीप जलाऊं,

    मांग भरूं सिंदूरी।

    मांग भरूं सिंदूरी।

    बस इतनी किरपा तूं करना,

    पिया से होय ना दूरी।

    पिया से होय ना दूरी।


    दीपक जलते रहे मेरे घर पे, 

    पी का साया हो सर पे,

    निर्धन रहे या रहें हम धनी।

    ओ मैया सदा सुहागन रहें हम सभी।


    करवा चौथ के व्रत की महिमा,

    तेरी दया से न्यारी।

    तेरी दया से न्यारी। 

    हां सदा रहे सौभाग्यवती वो,

    जो व्रत करती नारी।जो व्रत करती नारी।

    उनसे दूर ना जाए साजन,

    साथ निभाए साजन,

    जीवन में आए नहीं कोई कमी।

    ओ मैया सदा सुहागन रहें हम सभी।


    मेरे पिया के राहों में कोई, 

    बाधा कभी ना आए।

    बाधा कभी ना आए।

    हां तेरी कृपा से सदा ही मैया,

    जग में यश वो पाए।

    जग में यश वो पाए।

    जैसे चंदा सितारे चमके, 

    कलियां और फूल महके,

    ऐसी बना दो मेरे पी की छबि।

    ओ मैया सदा सुहागन रहें हम सभी।




    2. करवा चौथ माता मेरी विनती सुनना लिरिक्स  Karva Chauth Mata Meri Vinti Sunna -Karva Chauth Mata ke Bhajan


    करवा चौथ माता मेरी विनती सुनना,

    अमर हमारा सुहाग रखना,

    अमर हमारा सुहाग रखना.....


    टिका तो मेरे माथे की शोभा झुमका तो मेरे कानो की शोभा,

    मोती भरी मांग अमर रखना अमर हमारा सुहाग रखना....


    हरवा तो मेरे गले की शोभा चुड़ला तो मेरे हाथों की शोभा,

    हाथों की मेहँदी अमर रखना अमर हमारा सुहाग रखना....


    हरवा तो मेरे गले की शोभा चुड़ला तो मेरे हाथों की शोभा,

    हाथों की मेहँदी अमर रखना अमर हमारा सुहाग रखना.....


    पायल तो मेरे पेरो की शोभा बिछुआ तो मेरे ऊँगली की शोभा,

    पेरो की महावर अमर रखना अमर हमारा सुहाग रखना.....


    पति हमारे सेजो की शोभा,

    तारो जड़ी चुनरी मेरे सिर पे रखना अमर हमारा सुहाग रखना.....


    3. चौथ माता से मांगू वरदान सजना तेरे लिए - Chauth Mata se Vardan Sajna tere liye -Karva Chauth Mata ke Bhajan


    चौथ माता से मांगू वरदान सजना तेरे लिए,

    सदा करू में सोलह शृंगार सजना तेरे लिए....


    टिका और बिंदिया माथे पे सजाउ,

    भरु मांग में सिंदुरा लाल सजना तेरे लिए,

    चौथ माता से मांगू वरदान सजना तेरे लिए......


    मंगल सूत्र ये तेरे नाम का,

    हाथों में चुड़ला तेरे नाम का,

    सजे हाथों में मेहँदी लाल ओ सजना तेरे लिए,

    चौथ माता से मांगू वरदान सजना तेरे लिए......


    ऊँगली में में बिछुआ सजाउ,

    पेरो में लाल लाल महावर लगाउ,

    तेरे नाम की ओढू चुनरी लाल ओ सजना तेरे लिए,

    चौथ माता से मांगू वरदान सजना तेरे लिए......


    जब तक ये ज़िंदगानी रहे सजना,

    तब तक साथ निभाना मेरे सजना,

    मेरे अँखियो में सपने हज़ार ओ सजना तेरे लिए,

    चौथ माता से मांगू वरदान सजना तेरे लिए......



    4. जब आवे करवा चौथ सुहागन व्रत करे करवा चौथ भजन लिरिक्स  - Jab Aave Karwa Chauth Suhaagan Vrat Kare  -Karva Chauth Mata ke Bhajan


    जब आवे करवा चौथ

    सुहागन व्रत करे


    मांगे सदा पति का साथ

    सुहागन व्रत करे




    जब आवे करवा चौथ

    सुहागन व्रत करे


    मांगे सदा पति का साथ

    सुहागन व्रत करे


    सांझ ढले दुल्हन बन बैठे

    और सोलह श्रृंगार सजाये


    सुने कथाये सखियाँ संग

    देवी देवता सकल मनाये

    देवी देवता सकल मनाये


    करे सास ससुर सत्कार

    सुहागन व्रत करे


    जब आवे करवा चौथ

    सुहागन व्रत करे


    मांगे सदा पति का साथ

    सुहागन व्रत करे


    जब आवे करवा चौथ

    सुहागन व्रत करे


    कोरे कोरे कर्वे जल भरलाये

    गणपति को ध्यान लगाएं


    चांद चढ़े तो अर्घ चढ़े

    मुह मनागा वरदान वो पाये

    मुह मनागा वरदान वो पाये


    वो तो हो जाए भाव से पार

    वो तो हो जाए भाव से पार


    जब आवे करवा चौथ

    सुहागन व्रत करे


    मांगे सदा पति का साथ

    सुहागन व्रत करे


    जब आवे करवा चौथ

    सुहागन व्रत करे


    ब्रह्म महूरत सुबह सवेरे

    प्राण करे और सरगी पाए


    परमेश्वर और पति देव का

    मन मंदिर में ध्यान लगाय


    मन मंदिर में ध्यान लगाय

    करे श्रद्धा से श्रृंगार

    सुहागन व्रत करे


    जब आवे करवा चौथ

    सुहागन व्रत करे


    मांगे सदा पति का साथ

    सुहागन व्रत करे



    5. गौरी मां सुहागिन बनाये रखना - Gori Ma Suhagin Bnaye Rakhna -Karva Chauth Mata ke Bhajan


    गौरी मां सुहागिन बनाये रखना बनाये रखना,

     पति की उमरिया बढ़ाये रखना

    न मांगू सोना न मांगू चांदी , 

    सिंदूरा से मंगिया सजाये रखना 

    पति की उमरिया बढ़ाये रखना

    न मांगू हीरा न मांगू मोती ,

    सजना की लम्बी उम्र करना

     पति की उमरिया बढ़ाये रखना

    न मांगू धन मैया न मांगू दौलत ,

    लाली चुनरिया उड़ाये रखना 

    पति की उमरिया बढ़ाये रखना

    न मांगू बंगला न मांगू गाड़ी 

    जीवन का साथी बनाये रखना 

    पति की उमरिया बढ़ाये रखना


    6. करवा चौथ का मैं व्रत करूँगी लिरिक्स  Karwa Chauth Ka Vrat -Karva Chauth Mata ke Bhajan

    करवा चौथ का दिल से,

    मैं व्रत करूँगी।

    करवा चौथ का दिल से,

    मैं व्रत करूँगी।

     

    सजना के साथ श्रृंगार,

    हर बात करूँगी।

     

    चंद के जैसे मेरे,

    सजना में चमक रहे,

    सपनों के बाग में हर दम,

    ताजगी महक रहे।

     

    लम्बी उमर की खातिर,

    विनय शत शत करूँगी।

     

    करवा चौथ का दिल से,

    मैं व्रत करूँगी।

     

    मेरे सजन के चेहरे पे,

    मुस्कान कम ना हो।

     

    खुशियाँ मिले जीवन में,

    कोई भी ग़म ना हो।

     

    सातों जनम में इनकी ही,

    मैं चाहत करूँगी।

     

    करवा चौथ का दिल से,

    मैं व्रत करूँगी।

     

    सजना के साथ श्रृंगार,

    हर बात करूँगी।

     

    करवा चौथ का दिल से,

    मैं व्रत करूँगी।


    करवा चौथ का व्रत लिरिक्स अंग्रेजी में -Karwa Chauth Ka Vrat Lyrics In English

    Karwa Chauth Ka Dil Se

    Main Vrat Karungi

    Karwa Chauth Ka Dil Se

    Main Vrat Karungi

     Sajna Ke Sath Shringar

    Har Baat Karungi

     Chand Ke Jaise Mere

    Sajna Mein Chamak Rahe

    Sapno Ke Baag Mein Har Dum

    Taazi Mehak Rahe

     Lumbi Umar Ki Khatir

    Vinay Shat Shat Karungi

     Karwa Chauth Ka Dil Se

    Main Vrat Karungi

     Mere Sajan Ke chehre Pe

    Muskan Kam Naa Ho

     Khusiya Mile Jeevan Mein

    Koi Bhi Gam Naa Ho

     Saato Janam Mein Inki Hi

    Main chahat Karungi

    Karwa Chauth Ka Dil Se

    Main Vrat Karungi

     Sajna Ke Sath Shringar

    Har Baat Karungi

     Karwa Chauth Ka Dil Se

    Main Vrat Karungi


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